आगे नाथ न पीछे पगहा का मतलब और वाक्य मे प्रयोग
आगे नाथ न पीछे पगहा मुहावरे का अर्थ aage nath na piche pagaha muhavare ka arth - किसी प्रकार की जिम्मेदारी न होना । दोस्तो जब कोई व्यक्ति अपने घर…
आगे नाथ न पीछे पगहा मुहावरे का अर्थ aage nath na piche pagaha muhavare ka arth - किसी प्रकार की जिम्मेदारी न होना । दोस्तो जब कोई व्यक्ति अपने घर…
तीन लोक से मथुरा न्यारी मुहावरे का अर्थ teen lok se mathura nyari muhavare ka arth - दुसरो से भिन्न या अलग होना । दोस्तो देवलोक, भूलोक तथा पाताल लोक…
मान न मान मैं तेरा मेहमान मुहावरे का अर्थ man na man me tera mehaman muhavare ka arth - जबरदस्ती गले पड़ जाना । दोस्तो जब कोई व्यक्ति किसी को…
छछूंदर के सिर में चमेली का तेल मुहावरे का अर्थ chhachhundar ke sir mein chameli ka tel muhavare ka arth - अयोग्य व्यक्ति को बेशकीमती वस्तु की प्राप्ति होना ।…
मुंह में राम बगल में छुरी मुहावरे का अर्थ muh me ram bagal me churi muhavare ka arth - बाहर से मित्र जैसा व्यवाहर करना और पिछे पिछे नुकसान पहुचाना…
न ऊधो का लेना न माधो का देना मुहावरे का अर्थ na udho ka lena na madho ka dena muhavare ka arth - किसी से भी किसी प्रकार का संबंध…
न रहेगा बाँस न बजेगी बांसुरी मुहावरे का अर्थ na rahega baans na bajegi bansuri muhavare ka arth- झगडे या मुसीबत के मुल कारण को नष्ट कर देना । दोस्तो…
अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता मुहावरे का अर्थ akela chana bhad nahi phod sakta muhavare ka arth - केवल एक व्यक्ति किसी महान या विशाल कार्य को नही कर…