हँसते हँसते लोट-पोट होना मुहावरे का अर्थ haste haste lot pot hona muhavare ka arth – बहुत ही अधिक हंसना ।
दोस्तो आज के समय में हंसना मानव के लिए बहुत ही जरूरी है। मगर दुख इतने बढते जा रहे है की हंसने के लिए भी कारण की तलाश रहती है । और ऐसा बहुत बार देखा गया है की जब कोई कॉमेडी या फनी पल देखता है तो माव खुब हंसता है। यानि कॉमेडी या फनी बाते सुन कर मानव अधिक से अधिक हंसता है।
और इस तरह से किसीभी कारण से जब मानव बहुत ही अधिक हंसता है तो इसे हंसते हंसते लोट पोट होना कहा जाता है । और इसका मतलब है की मुहावरे का अर्थ बहुत ही अधिक हंसना है ।

हंसते हंसते लोट पोट हो जाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग || haste haste lot pot hona use of idioms in sentences in Hindi
1. प्रियंका की बाते सुन कर कक्षा के सभी बच्चे हंसते हंसते लोट पोट होने लगे ।
2. स्टेज पर कंचन की फनी बाते सुन कर सभी लोग हंसते हंसते लोट पोट होने लगे ।
3. चोरी करने के लिए गया चोर उसी घर में रात भर सोता रहा और सुबह पुलिस ने पकड़ लिया, यह खबर सुन कर सभी हंसते हंसते लोट पोट होने लगे ।
4. छोटू दादा की कॉमेडी को देख कर सभी हंसते हंसते लोट पोट हो जाते है ।
5. यूट्यूब पर जब भी मैं छोटू दादा की कॉमेडी देखता हूं सच में हंसते हंसते लोट पोट हो जाता हूं ।
6. विवाह के समय में दूल्हन ने दूल्हे के पैर छूए और कुछ समय बाद दूल्हे ने भी दूल्हन के पैर छूए यह बस देख कर लोग हंसते हंसते लोट पोट होने लगे ।
हंसते हंसते लोट पोट हो जाना मुहावरे पर कहानी || haste haste lot pot hona story on idiom in Hindi
दोस्तो एक बार की बात है एक शहर हुआ करता था जहां पर अनेक तरह के लोग रहते थे और उन ही लोगो में से बहुत से लोग तो ऐसे थे जो की अमीर थे और उनके घर में हमेशा बडी मात्रा में धन रहता था और यह कोई छोटी बात तो है नही और आपको भी पता है की शहर में चोर होते ही है और उसी तरह से उस शहर में चोर थे और उन्हे इस बारे में पता था की इस शहर के लोगो के पास खुब धन है ।
मगर फिर भी चोर धन चुराने की हिम्मत नही करते थे क्योकी सभी को डर रहता था की अगर वे पकड़े गए तो फिर उन्हे कोई बचा तक नही सकता है और इसी कारण से चोर शहर में चोरी करने से डरते थे । मगर कहते है की कभी कभार चोरी हो ही जाती है और उसी तरह से धनपाल नाम के एक सेठ के यहां पर चोरी हुई थी ।
दरसल धनपाल नाम का एक सेठ उस शहर में रहा करता था जो की काफी धनवान था और अपने धन के कारण से ही उस शहर में वह जाना जाता था । उसके घर में उसकी पत्नी और एक बेटा रहा करता था । धनपाल का जो बेटा था वह दूसरे शहर में डॉक्टर की पढाई करता था इस कारण से घर में केवल धनपाल और उसकी पत्नी रहा करती थी।
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धनपाल जो था वह धनवान था इस कारण से वह अपने घर में अच्छी क्वाल्टी की शराब रखा करता था क्योकी उसे कभी कभार शराब पीने की आदद थी । इधर धनपाल की जो पत्नी थी वह भी अच्छी थी और वह घर को हमेशा सजा कर खा करती थी ।
एक दिन की बात है धनपाल और उसकी पत्नी किसी काम से अपने बेटे के पास जाने वाले थे तो धनपाल की पत्नी ने अच्छा सा खाना बनाया और अच्छे अच्छे पकवान भी बनाए जो की खाने में काफी चटपटे थे । जिसे खाने के लिए उसने अपनी खाने की मेज पर रख दिया था ।
इधर धनपाल जो था वह अपनी पत्नी के साथ बैठ कर भोजन करने लगे थे । इतने में धनपाल और उसकी पत्नी जिस वाहन से शहर जा रहे थे वह वाहन आ गया जिसके कारण से वे जल्दी से घर से निकल गए और जो खाना था वह उसी मैज पर पड़ा रह गया ।

इस तरह से धनपाल और उसकी पत्नी अपने बेटे के पास जाने लगे थे । अब उसी रात की बात है शहर में एक चोर था जो की चोरी करने में माहिर था उसे पता चला की धनपाल घरमें नही है तो वह चोरी करने के लिए रात के समय धनपाल के घर में जा पहुंचा ।
घर के अंदर पहुंचने के लिए उसने पीछे की खिड़की का उपयोग किया था जो की सिधे धनपाल के बेडरूप में ही खुलती थी और वहां पर जाने के बाद में चोर ने धन तलासना शुरू कर दिया । अब चोर को धन तो नही मिला मगर अलमारी में उसे अच्छी क्वालटी की शराब मिल गई ।
जिसे देख कर चोर को पीने की इच्छा हुई इस कारण से एक बोतल लेकर वह घर के अंदर जा पहुंचा । वहां पर पहुंचने पर उसने खाने की मैंज पर अच्छा चटपटा भोजन देखा और यह देख कर चोर का पीने का मुड बन गया और वह वही पर बैठ कर अच्छी तरह से भोजन किया और अच्छी तरह से शराब पी ली ।
खाना खाने के बाद में चोर दूसरे घर में गया तो उसे वहां पर सजा हुआ बेड मिला था जिसे देख कर चोर को सोने की इंच्छा हुई और वह उसी बेड पर सो गया । अब चोर आराम से सो रहा था और वह घहरी निंद में था ।
अब अगले दिन सुबह सुबह धनपाल घर आया तो उसे सक हुआ की घर में चोर है तो उसने उसी समय पुलिस को बुला लिया और पुलिस ने आकर देखा तो चोर अंदर आराम से सो रहाथा ।
और यह देख कर पुलिस ने चोर को पकड़ लिया और फिर उसे निंद से जगा कर पूछा की यहां पर क्यो आए हो । तब चोर ने बताया की वह चोरी करने के लिए आया था और अच्छा खाना खाने और शराब पीने के कारण से उसे निंद आ गई और यह सब सुन कर पुलिस वाले हंसते हंसते लोट पोट हो गए ।
और घर के बाहर जाकर धनपाल को इस बारे में बताया तो धनपाल भी हंसने लगा । अब अगले दिन यही बात न्यूजपेपर में आ गई और जिसे पढ कर शहर के सभी लोग हंसते हंसते लोट पोट होने लगे और कहने लगे की देखो ऐसा भी होता है । तो इस तरह से चोर की लापरवाही के करण से वह पकड़ा गया ।
तो दोस्तो इस कहानी से आप समझ सकते है की हंसते हंसते लोट पोट हो जाना मुहावरे का अर्थ बहुत अधिक हंसना होता है ।
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